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Hindi ke Pramukh Upanyasho me Gramin Samaj Jeevan
About the Book | |
Author of book | Dr. Dinesh Rabari |
Book's Language | Hindi |
Book's Editions | First |
Type of binding | Hardcover |
Pages of book | 119 |
Publishing Year of book | 2016 |
- Availability: In Stock
- Model: BHB-83
- ISBN: 9789385804014
₹240.00
₹300.00
About the book
- रामदरश मिश्र के आँचलिक उपन्यासों में ग्रामीण समाज जीवन
- राजेन्द्र यादव के उपन्यासों में ग्रामीण सामाजिक परिवेश
- स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी उपन्यासों में ग्रामीण कृषक जीवन के विविध पक्ष
- अंतिम दशक के हिन्दी उपन्यासों में गाँव की नियति
- कब तक पुकारूँ उपन्यास में ग्रामीण सामाजिक वातावरण
- हिन्दी उपन्यासों में ग्रामीण सामाजिक उपन्यासों का योगदान
- उपसंहार।
About the author
डॉ. दिनेश रबारी
श्री एन.डी. देसाई सार्वजनिक हाईस्कूल
वांकल, माँगरोल, सूरत - 394430