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Banjara Lokgeeton ka Sanskritik Adhyayan
About the Book | |
Author of book | Dr. A.G. Ravan |
Book's Language | Hindi |
Book's Editions | First |
Pages of book | 192 |
Publishing Year of book | 2018 |
- Availability: In Stock
- Model: BHB-356
- ISBN: 978-93-85804-22-9
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बंजारा लोकगीतों का सांस्कृतिक अध्ययन
हमारे देश में बंजारा जनजाति की संख्या काफी मात्रा में है। वह घुमन्तू अवस्था में स्थान-स्थान पर गाँव या पहाड़ों के निकट देखने को मिलती है। कर्नाटक भारत के दक्षिण में बसा हुआ है। इस प्रान्त में अनेक जनजाति के लोग रहते हैं। उनमें बंजारा प्रमुख जाति है। रंगीन आकर्षक पहनाव में गहनों से अलंकृत इन स्त्रियों में बंजारा जनजाति की संस्कृति प्रतिबिम्बित होती है। कर्नाटक प्रान्त में बंजारा को लमाणी के नाम से जाना जाता है। कर्नाटक के बंजारा अपनी बोली सुरक्षित रखे हुए हैं। आज का शिक्षित बंजारा समाज नगर-महानगरों में बस गया है।