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Hindi Sahitya ke Vivid Swar
About the Book | |
Author of book | Dr. Bharat Patel |
Book's Language | Hindi |
Book's Editions | First |
Type of binding | Hardcover |
Pages of book | 128 |
Publishing Year of book | 2013 |
- Availability: In Stock
- Model: BHB-88
- ISBN: 9788188571710
₹240.00
₹300.00
About the book
इस पुस्तक में लेखक के विभिन्न प्रकार के लेखों का संकलन है। यथा-
- सर्वेश्वरदयाल सक्सेना की कविता में व्यंग्य
- दुःख और विरह की कवयित्री : महादेवी
- व्यंग्य और आक्रोश के कवि : धूमिल
- हरिशंकर परसाई की व्यंग्य-चेतना
- रामदरश मिश्र की कविता में व्यंग्य
- सूर-काव्य में विरह-वर्णन
- प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित-चेतना
- भारत की राजनीति और लालफीताशाही पर परसाई के व्यंग्य-बाण
- मनोविश्लेषण शैली के सूत्रधार : प्रेमचंद
- नागार्जुन की कविता में व्यंग्य
- रामदरश मिश्र की कहानियों में दलित-चेतना
- आँचलिक उपन्यास : जल टूटता हुआ
- बाणभट्ट की आत्मकथा में चरित्र-सृष्टि
- गजलकार दुष्यंतकुमार ो गुजरात मेंं प्रचलित मीरा के पद
- हरिशंकर परसाई की व्यंग्य-भाषा
- व्यंग्य नाटक : बकरी
- बाणभट्ट की आत्मकथा में कथा-विन्यास।
डॉ. भरत पटेल
अध्यक्ष, हिन्दी विभाग
विजयनगर आर्ट्स कालेज
विजयनगर, साबरकाँठा-383460