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Premchand Ka Katha Sahitya
About the Book | |
Author of book | Dr. M.P. Vyas |
Book's Language | Hindi |
Book's Editions | First |
Type of binding | Hardcover |
Pages of book | 176 |
Publishing Year of book | 2019 |
- Availability: In Stock
- Model: BHB-483
- ISBN: 9789385804397
₹396.00
₹495.00
प्रेमचन्द ने अपने चारों ओर फैले हुये जीवन की अनेक समस्याआंे का सही चित्रण किया है और उनका समाधान खोजा है। ‘सेवासदन’ में दहेज प्रथा, कुलीनता और वेश्या समस्या मुख्य है। ‘निर्मला’ में दहेज प्रथा, अनमेल विवाह और उनसे उत्पन्न होने वाली पारिवारिक विघटन की समस्या केन्द्र में है। ‘प्रेमाश्रम’ से ‘गोदान’ तक के लेखन में भारतीय ड्डषक जीवन की विविध समस्याओं का चित्रण किया है तथा समाधान ढूँढ़ा है।