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Pant ka Shilpgat Saundarya
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About the bookपंत : व्यक्तित्व एवं कृतित्वपंत की काव्यभाषा और शब्द समूहपंत की प्रतीक योजनापंत की बिम्ब योजनापंत के काव्य में अलंकार योजनापंत की काव्यगत भाषा का शैलीगत सौन्दर्यउपसंहार।About the authorडॉ. शीतल आर. चौधरीहिन्दी विभाग, सरकारी  विनयन एवं वाणिज्य कॉलेजसमी, पाटण..
₹280.00 ₹350.00
About the Bookफूलचंद गुप्ता की लम्बी कविताएँलंबी कविता आधुनिक चेतना की उपज है। भारतीय काव्य परंपरा में इसका अस्तित्व नहीं है। आधुनिक कविता ने स्वयं को रूढ़ियों से मुक्त कर कई नए रूप धारण किए। लंबी कविता इसी परिवर्तन प्रक्रिया में जन्मी। यह सही है कि आधुनिक चेतना ने पश्चिम की हवाओं के लिए अपने सभी ग..
₹280.00 ₹350.00
About the bookचन्द्रगुप्त नाटक का इतिहास-तन्तुचन्द्रगुप्त नाटक की कथावस्तु चन्द्रगुप्त नाटक : अभिनेता की दृष्टि से चन्द्रगुप्त नाटक और नायकत्व का विवादचन्द्रगुप्त नाटक के प्रमुख पात्र प्रसाद जी के चरित्र-चित्रण की वैशिष्ट्य चन्द्रगुप्त नाटक में राष्ट्रीय स्वर चन्द्रगुप्त नाटक में गीत योजनाचन्द्रगुप्..
₹140.00 ₹175.00
About the bookप्रस्तुत पुस्तक में अनेक लेखों द्वारा स्त्री-विमर्श को जीवन्त बनाने का प्रयास किया गया है। स्त्री-जीवन की दशा और दिशा पर हमें गहराई से सोचने की जरूरत है। बाबा साहेब अम्बेडकर जी ने कहा था कि, ‘हर वर्ग की स्त्री आज दलित है।’ दलितां और सभी स्त्रियों पर होने वाले अत्याचार ने उन्हें यह कहने..
₹400.00 ₹500.00
प्रेमचन्द ने अपने चारों ओर फैले हुये जीवन की अनेक समस्याआंे का सही चित्रण किया है और उनका समाधान खोजा है। ‘सेवासदन’ में दहेज प्रथा, कुलीनता और वेश्या समस्या मुख्य है। ‘निर्मला’ में दहेज प्रथा, अनमेल विवाह और उनसे उत्पन्न होने वाली पारिवारिक विघटन की समस्या केन्द्र में है। ‘प्रेमाश्रम’ से ‘गोदान’ तक ..
₹396.00 ₹495.00
Brand: Dilip Mehra
About the bookहिन्दी में सामाजिक यथार्थ की परंपरा का प्रस्थान बिन्दु प्रेमचन्द का कथा-साहित्य है। प्रेमचन्द अपनी यथार्थवादी दृष्टि तथा सामाजिक सरोकारों के कारण खास तौर पर पहचाने जाते हैं। उन्होंने कल्पनात्मक प्रवृत्ति की जगह ठोस यथार्थ को महत्व दिया, संघर्षशील पात्रों की सृष्टि की तथा गति, संघर्ष और..
₹520.00 ₹650.00
About the Bookप्रेमचन्द की 51 श्रेष्ठ कहानियाँबीसवीं शती के भारतीय जन जीवन के अमर कथाकार प्रेमचन्द की इक्यावन कालजयी कहानियों का संकलन प्रेमचन्द के व्यापक कथा-साहित्य की बानगी ही नहीं प्रस्तुत करता, उसे समग्रता के साथ रूपायित भी करता है। प्रेमचन्द के कथा-साहित्य का क्षेत्र बहुत विस्तृत रहा है। ..
₹480.00 ₹600.00
About the bookगरीब की हायशिकारी राजकुमारबलिदानब्रह्म का स्वाँगविषम समस्यानमक का दरोगाउपदेशयह मेरी मातृभूमि हैअमावस्या की रात्रिपछतावाकप्तान साहबपिसनहारी का कुआँसवा सेर गेहूँसभ्यता का रहस्यडिक्री के रुपयेनेकीकरिश्मा-ए-इन्तिकाम -अद्भुत प्रतिशोधअंधेरबैंक का दिवालाखूनीकानूनी कुमार दारोगाजीदण्ड।डॉ. माया ..
₹320.00 ₹400.00
Brand: V.S. Sojitra
About the bookईश्वरीय न्याय लाग-डाट सवा सेर गेहूँ पंच परमेश्वर दो बैलों की कथागुल्ली डंडा सद्गति शतरंज के खिलाड़ी लाटरी नमक का दारोगा पूस की रात सज्जनता का दण्ड बडे़ भाई साहबमंत्र इस्तीफा दो भाई विमाता बूढ़ी काकी न्याय कफनमुक्ति-मार्ग सुजान भगत ईदगाहजुलूसघर जमाई।डॉ. विजय एस. सोजीत्राप्राचार्य श्रीमती ..
₹320.00 ₹400.00
About the bookराही मासूम रज़ा का व्यक्तित्व एवं कृतित्वराही मासूम रज़ा के उपन्यासों का परिचयकटरा बी आर्जू का शिल्प पक्षउपसंहार।About the authorप्रा. स्मिता मकवाणाहिन्दी विभाग, सी.बी. पटेल आर्ट्स कालेजनडियाद, गुजरात..
₹200.00 ₹250.00
About the Bookराजेन्द्र यादव के उपन्यासों में सामाजिक चेतनाराजेन्द्र यादव का नाम स्वातंत्र्योत्तर युग के उपन्यासकारों में विशेष रूप से उल्लेखनीय है। राजेन्द्र यादव साठोत्तरी भारत की सही तस्वीर प्रस्तुत करनेवाले ऐसे रचनाधर्मी हैं जिनमें आजादी के बाद आए बदलाव की सही तस्वीर तो है ही, उसके साथ राजन..
₹240.00 ₹300.00
अस्सी की होने चली दादी ने विधवा होकर परिवार से पीठ कर खटिया पकड़ ली। परिवार उसे वापस अपने बीच खींचने में लगा। प्रेम, वैर, आपसी नोकझोंक में खदबदाता संयुक्त परिवार। दादी बजि़द कि अब नहीं उठूँगी। फिर इन्हीं शब्दों की ध्वनि बदलकर हो जाती है अब तो नई ही उठूँगी। दादी उठती है। बिलकुल नई। नया बचपन, नई जवानी..
₹382.00 ₹450.00
About the bookइस पुस्तक में लेखक के विभिन्न प्रकार के लेखों का संकलन है। यथा-प्रेम-सौंदर्य के गीतकार विद्यापतिजंभवाणी में आदर्श समाज-स्थापना की कामनाकबीर की प्रासंगिकता ो सूर के राम ो कविता में संगीत और सूरदासगुजरात के सूफी कवि और उनकी कविताधाराभारतेन्दु हरिश्चंद्र के साहित्य में व्यंग्यसरदार पूर्णस..
₹200.00 ₹250.00
About the bookइस ग्रन्थ में सिनेमा एवं प्रौद्योगिकी  से सम्बन्धित लेखों में निष्कर्ष निकलता है कि मनुष्य की वैचारिक संवेदनशीलता और जीवन जगत को वह जिस रूप में देखना चाहता है उसकी कल्पना ने कला को जन्म दिया जिसकी अभिव्यक्ति साहित्य, स्थापत्य, चित्र, शिल्प आदि में हुई। आगे चलकर विज्ञान की विभ..
₹600.00 ₹750.00
About the bookआदिकाल से आज तक साहित्य और समाज का संबंध अटूट रहा है। मानव और मानव समाज के विकास में साहित्य की भूमिका विशेष रूप से देखी जा सकती है। आज के विज्ञान और टेक्नोलॉजी के युग में भी साहित्य का महत्व कम नहीं हुआ है। साहित्य समाज की आधारशिला है। साहित्य समाज को जागृत रखता है। समाज में सुख-दुःख,..
₹320.00 ₹400.00
About the bookसमकालीन साहित्य, बाजार और मीडिया में इनके पारस्परिक संबंधों को स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है। साहित्य के अन्तर्गत जो पठन-पाठन होता है उससे सभी बखूबी चिरपरिचित हैं, किन्तु इनकी नवीनता यह है कि साहित्य और बाजार, साहित्य और सिनेमा, साहित्य और मीडिया के पारस्परिक    संबंध क्य..
₹320.00 ₹400.00
Brand: Durga Khatri
अनुक्रम★ हिन्दी व गुजराती साहित्य में हास्य-व्यंग्य लेखन की परंपरा★ जीवन, व्यक्तित्व, वाङ्मयक- शरद जोशी ख- ज्योतीन्द्र दवे★ साहित्य समीक्षाक- शरद जोशी के साहित्य में हास्य-व्यंग्य निरूपणख- ज्योतीन्द्र दवे के साहित्य में हास्य-व्यंग्य निरूपण★ शरद जोशी व ज्योतीन्द्र दवे के साहित्य में हास्य-व्यंग्य नि..
₹400.00 ₹500.00
भारतीय षड्दर्शन, स्मृति, धर्मशास्त्र, नाटक, काव्य, चम्पू, कथायें तथा इतिहास के अनेकानेक उत्तुंग ज्ञान की उस परा पश्यन्ती के योगियों ने भारतीय बु(जीवियों को बहुत आकर्षित किया, ऐसा विशाल यह वाङ्मय संपूर्ण रूप से सर्वत्र भरा ही दिखता है। इसी परम्परा में वीत राग संन्यासी, वैरागी, ज्ञानी भी अग्रिम पंक्ति..
₹220.00 ₹300.00
About the Bookसुदामाचरित काव्य का तुलनात्मक अध्ययनकै वह टूटि–सि छानि हती कहाँ‚ कंचन के सब धाम सुहावत।कै पग में पनही न हती कहँ‚ लै गजराजुहु ठाढ़े महावत।भूमि कठोर पै रात कटै कहाँ‚ कोमल सेज पै नींद न आवत।कैं जुरतो नहिं कोदो सवाँ प्रभु‚ के परताप तै दाख न भावत।~ नरोत्तम दासप्रत्येक मनुष्य..
₹240.00 ₹300.00
Brand: B.S. Solanki
About the bookमजीठिया : व्यक्तित्व एवं कृतित्व व्यंग्य : स्वरूपगत अध्ययन हिन्दी साहित्य में व्यंग्य : एक परिचय मजीठिया के साहित्य में व्यंग्य : विषयगत अनुशीलनमजीठिया के साहित्य में व्यंग्य : शिल्पगत अनुशीलनमजीठिया के व्यंग्य साहित्य का मूल्यांकनउपसंहार।डॉ. भगवानसिंह जे. सोलंकीश्री भीखाभाई पटेल इन्सी..
₹180.00 ₹225.00
About the bookसूरदास का प्रकृति-वर्णन।सूरदास का काव्य-सौन्दर्यसूरदास का वियोग वर्णनभ्रमरगीत के प्रधान चरित्रसूरदास का गीति काव्यसूरदास के दार्शनिक सिद्धांतभमरगीत : उपालंभ-काव्यभ्रमरगीर परम्परा एवं सूर का भ्रमरगीतसूरदास : जीवनवृत्त और रचनाएँडॉ. कल्पना पटेलप्रभारी प्राचार्या स्व.एस.एच. जोशी एण्ड बी.के..
₹240.00 ₹300.00
Brand: A. K. Patel
About the Bookस्वातंत्र्योत्तर हिंदी कहानी में कथ्य वैविध्यस्वातंत्र्योत्तर कहानीकारों में भीष्म साहनी, कमलेश्वर, अमरकांत, अमृतराय, राजेन्द्र यादव, हरिशंकर परसाई, मन्नू भंडारी, मोहन राकेश, शिवानी, मार्कण्डेय, फणीश्वरनाथ रेणु, शिवप्रसाद सिंह, ठाकुरप्रसाद सिंह, बच्चन सिंह, केशव प्रसाद मिश्र, भैरव ..
₹400.00 ₹500.00
About the bookमहाभारत एक ऐसा मिथक है जो सुदीर्घ अतीत से संबंधित होने पर भी वर्तमान की जटिल परिस्थितियों को समझने एवं अनुत्तरित प्रश्नों के उत्तर देने में सक्षम है। यह भारतीय संस्कृति का एक ऐसा महा आख्यान है जो शताब्दियों के मध्य पुनर्वर्णित, पुनर्लिखित और पुनर्व्याख्यायित हुआ है। 18 पर्वों में विभाज..
₹560.00 ₹700.00
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